अब मात्र ₹50,000 में शुरू करें चप्पल बनाने का बिजनेस, लेकिन बाकी पैसा सरकार देगी, होगी ₹70,000+ की सीधी कमाई

अगर आप अपना खुद का काम शुरू करने का सपना देखते हैं लेकिन पैसों की कमी आपके रास्ते का रोड़ा बन रही है, तो यह खबर आपके लिए एक बड़ा मौका लेकर आई है। आज हम आपको एक ऐसे सदाबहार बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मांग कभी कम नहीं होती और सबसे खास बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए अब सरकार खुद आपकी मदद करेगी। यकीन मानिए, आप बहुत कम लागत में इस काम को शुरू करके हर महीने शानदार मुनाफा कमा सकते हैं।

यह बिजनेस है हवाई चप्पल यानी स्लिपर बनाने का। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जो गांव से लेकर शहर तक, हर घर में इस्तेमाल होता है। इसलिए इस बिजनेस में मंदी का खतरा लगभग ना के बराबर है।

छोटा निवेश, बड़ा मुनाफा: ये बिजनेस बना देगा आपको आत्मनिर्भर!

अक्सर लोगों को लगता है कि किसी भी फैक्ट्री या मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को लगाने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये की ज़रूरत होती है। लेकिन चप्पल बनाने का बिजनेस इस धारणा को पूरी तरह बदल देता है। आप इसे अपने घर के एक छोटे कमरे से भी शुरू कर सकते हैं। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच को साकार करने का एक बेहतरीन ज़रिया है। इस बिजनेस की सबसे बड़ी खासियत इसकी कम लागत और ज़्यादा मुनाफे का गणित है, जो इसे छोटे उद्यमियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।

सरकारी मदद से आसान होगी राह: कैसे मिलेगा पैसा?

इस बिजनेस को शुरू करने में जो सबसे बड़ी खुशखबरी है, वो है सरकारी सहायता। आपको पूरा पैसा अपनी जेब से नहीं लगाना है। केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ (PMMY) छोटे उद्यमियों को अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए लोन मुहैया कराती है। इस योजना के तहत आपको आसानी से बिज़नेस लोन मिल सकता है।

आमतौर पर चप्पल बनाने की मशीनों और कच्चे माल को मिलाकर कुल खर्च करीब 1.5 लाख से 2 लाख रुपये तक आता है। लेकिन मुद्रा योजना के ज़रिए लोन लेकर आप यह शुरुआत मात्र 50,000 रुपये या उससे भी कम के शुरुआती निवेश से कर सकते हैं। बाकी का पैसा आपको बैंक से लोन के रूप में मिल जाएगा, जिसे आप बिजनेस से होने वाली कमाई से आसानी से चुका सकते हैं।

किन मशीनों और कच्चे माल की पड़ेगी ज़रूरत?

इस बिजनेस के लिए आपको कुछ ख़ास मशीनों की ज़रूरत होगी, जो एक पूरा सेट-अप तैयार करती हैं। इनमें मुख्य रूप से सोल कटिंग मशीन, ड्रिलिंग मशीन, स्ट्रैप यानी चप्पल की बद्दी डालने वाली मशीन और फिनिशिंग के लिए एक ग्राइंडर मशीन शामिल है। यह पूरा सेट-अप आपको दिल्ली, आगरा, कानपुर जैसे बड़े शहरों या ऑनलाइन इंडियामार्ट जैसी वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगा।

कच्चे माल के तौर पर आपको रबर की शीट (EVA फोम शीट), चप्पल की पट्टियाँ (स्ट्रैप्स) और पैकिंग के लिए डिब्बों की आवश्यकता होगी। यह सारा सामान भी आपको वहीं से मिल जाएगा जहाँ से आप मशीनें खरीदेंगे।

मुनाफे का गणित: हर महीने होगी दमदार कमाई!

चलिए अब सबसे ज़रूरी बात, यानी कमाई को समझते हैं। एक जोड़ी चप्पल को बनाने में कच्चे माल और बिजली वगैरह का कुल खर्च करीब 30 से 35 रुपये आता है। बाज़ार में आप इस एक जोड़ी चप्पल को होलसेल में बड़ी आसानी से 70 से 80 रुपये में बेच सकते हैं। अगर आप रिटेल में बेचते हैं तो यह कीमत 100 रुपये या उससे ज़्यादा भी हो सकती है।

अगर आप रोज़ाना सिर्फ 100 जोड़ी चप्पल बनाकर बेचते हैं और एक जोड़ी पर आपको औसतन 40 रुपये का मुनाफा होता है, तो आपकी एक दिन की सीधी कमाई 4,000 रुपये होगी। इस हिसाब से अगर महीने में आप 25 दिन भी काम करते हैं तो आप आसानी से 1,00,000 रुपये कमा सकते हैं। इसमें से सारे खर्चे जैसे किराया, बिजली और लेबर का पैसा निकालने के बाद भी आपको हर महीने 70,000 से 80,000 रुपये का शुद्ध मुनाफा हो सकता है।

सिर्फ़ बनाने पर नहीं, ब्रांडिंग पर दें ध्यान

लंबी सफलता के लिए सिर्फ चप्पल बनाना ही काफी नहीं है। आप अपने प्रोडक्ट को एक नाम दें, यानी अपना एक ब्रांड बनाएं। अच्छी और आकर्षक पैकेजिंग का इस्तेमाल करें। आप अपने इलाके के छोटे-बड़े दुकानदारों से संपर्क करके उन्हें सीधे माल सप्लाई कर सकते हैं। आज के डिजिटल युग में आप फेसबुक और इंस्टाग्राम के ज़रिए भी अपने ब्रांड का प्रचार कर सकते हैं और ऑनलाइन ऑर्डर भी ले सकते हैं। इस तरह आप सिर्फ एक निर्माता नहीं, बल्कि एक सफल बिजनेसमैन बनेंगे।

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