Rajasthan Shivira Panchang 2025-26: राजस्थान के शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आधिकारिक रूप से शिविरा पंचांग जारी कर दिया है माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर ने इस पंचांग के जरिए राजस्थान के सभी सरकारी, गैर-सरकारी, आवासीय, विशेष प्रशिक्षण एवं शिक्षक प्रशिक्षण विद्यालयों के लिए पूरे वर्ष की गतिविधियों का स्पष्ट रोडमैप प्रस्तुत किया है इस पंचांग का उद्देश्य विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा शिक्षकों को शिक्षण और परीक्षाओं की योजना से पहले ही अवगत कराना है, ताकि वर्षभर का शैक्षिक संचालन सुचारु रूप से चल सके।
नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई 2025 से प्रारंभ होकर 30 जून 2026 तक चलेगा इस सत्र में कुल 365 दिनों में से 235 दिन विद्यालय खुले रहेंगे, जबकि 130 दिन अवकाश रहेगा यह पंचांग राजस्थान के सभी विद्यालयों के लिए मान्य होगा तथा इसकी जानकारी आधिकारिक पोर्टल पर उपलब्ध करा दी गई है।
प्रवेश प्रक्रिया की महत्वपूर्ण तिथियां
राजस्थान में आगामी सत्र 2025-26 के लिए विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से प्रारंभ होगी, जो कि 16 जुलाई तक चलेगी इस अवधि को ‘प्रवेश उत्सव’ के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को विद्यालयों में दाखिले के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है इस अवधि के दौरान अभिभावक तथा विद्यार्थी दाखिले से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर सकेंगे।
परीक्षाओं के आयोजन की तिथियां
शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा पूरे वर्ष के दौरान नियमित अंतराल पर परीक्षाओं का आयोजन होगा प्रथम परख परीक्षा 18 से 20 अगस्त के बीच होगी, जबकि द्वितीय परख परीक्षा का आयोजन 13 से 15 अक्टूबर को किया जाएगा शैक्षणिक वर्ष की अर्धवार्षिक परीक्षा 12 से 24 दिसंबर के मध्य आयोजित की जाएगी इसके बाद तृतीय परख परीक्षा 5 से 7 फरवरी को होगी वार्षिक परीक्षा का महत्वपूर्ण चरण 23 अप्रैल से शुरू होकर 8 मई तक चलेगा। परीक्षाओं का परिणाम 16 मई को जारी किया जाएगा।
इन परीक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास को आंकते हुए उनका समुचित मूल्यांकन किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों और अभिभावकों को उनकी प्रगति के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सके।
छुट्टियों का विस्तृत विवरण जारी
राजस्थान शिविरा पंचांग 2025-26 के अनुसार, सत्र के दौरान कुल 130 दिनों के अवकाश निर्धारित किए गए हैं इनमें से 52 रविवार और 78 अन्य सार्वजनिक अवकाश शामिल हैं अवकाशों में स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती, दीपावली, होली, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती, महाशिवरात्रि, महावीर जयंती, ईद-उल-फितर, और रामनवमी जैसे प्रमुख पर्व शामिल हैं।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिला एवं राज्य स्तरीय सम्मेलनों तथा प्रधानाचार्य विशेष अवकाश जैसी विशेष परिस्थितियों के अवकाश इस सूची में सम्मिलित नहीं हैं संपूर्ण अवकाश की सूची विस्तृत रूप से शिविरा पंचांग की आधिकारिक PDF में देखी जा सकती है, जिससे अभिभावक एवं विद्यार्थी अवकाश संबंधी स्पष्ट योजना तैयार कर सकें।
विद्यालयों के संचालन का समय
शैक्षणिक गुणवत्ता और प्रभावी प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान सरकार ने विद्यालय संचालन के समय को स्पष्ट रूप से निर्धारित किया है एक पाली वाले विद्यालयों में गर्मियों (1 अप्रैल से 30 सितंबर तक) में विद्यालय का संचालन सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक किया जाएगा शीतकाल (1 अक्टूबर से 31 मार्च तक) में विद्यालय का संचालन सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक किया जाएगा दोनों ऋतुओं में प्रार्थना सभा एवं मध्यांतर के लिए 25 मिनट निर्धारित हैं।
दो पारियों में संचालित होने वाले विद्यालयों में ग्रीष्मकाल में सुबह 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक तथा शीतकाल में सुबह 7:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक विद्यालय चलेंगे इस दौरान शिक्षण कालांशों का समय स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है।
राजस्थान शिविरा पंचांग 2025-26 ने शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और संगठनात्मक क्षमता को बढ़ावा देते हुए विद्यार्थियों, शिक्षकों, और अभिभावकों को एक उपयोगी व प्रभावी मार्गदर्शक दस्तावेज प्रदान किया है, जिससे आगामी शैक्षणिक वर्ष की योजना बेहतर तरीके से बनाई जा सकेगी।