Women Welfare Scheme: राजस्थान सरकार 31 मई को महिलाओं के खातों में डालेगी पैसे

Women Welfare Scheme: राजस्थान सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण हेतु 31 मई का दिन विशेष रूप से समर्पित किया गया है इस तिथि को महान समाज सुधारिका अहिल्याबाई होलकर की 320वीं जयंती के अवसर पर राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपये की राशि महिलाओं और बालिकाओं के बैंक खातों में स्थानांतरित करने जा रही है यह आयोजन महिला कल्याण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिससे लाखों परिवारों को सीधा लाभ प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में तैयार हुई योजना की रूपरेखा

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास पर एक विशेष समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गई बैठक में उन्होंने अहिल्याबाई होलकर के सामाजिक और धार्मिक योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि वे महिला सशक्तिकरण की प्रतीक थीं और आज भी प्रेरणा स्रोत बनी हुई हैं सरकार की यह पहल उनकी स्मृति को समर्पित है और इसी भावना से प्रेरित होकर योजनाओं का सीधा लाभ बालिकाओं और महिलाओं तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।

आठ योजनाओं के माध्यम से सीधे खातों में स्थानांतरण

राज्य सरकार द्वारा चिह्नित की गई आठ प्रमुख योजनाएं महिलाओं और बालिकाओं के जीवन में उल्लेखनीय परिवर्तन लाने की क्षमता रखती हैं इनमें ‘लाड़ो प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत 32,755 बालिकाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी जिससे उनकी शिक्षा और पोषण सुनिश्चित किया जा सके ‘एसटी प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना’ के तहत 16,944 बालिकाओं को शैक्षिक सहायता दी जाएगी, जिससे वे आर्थिक दिक्कतों के बिना अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।

इसके अलावा ‘सफाई कामगार छात्रवृत्ति योजना’ के तहत 152 सफाईकर्मियों की बेटियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी ‘दूरस्थ शिक्षा योजना’ में 30,000 छात्राओं को फीस पुनर्भरण मिलेगा जिससे उच्च शिक्षा में उनकी भागीदारी बढ़ेगी ‘बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना’ भी इसी दिशा में कार्य करेगी।

‘लखपति दीदी योजना’ के माध्यम से 1,800 महिलाओं को स्वरोजगार हेतु ऋण दिया जाएगा जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें ‘गार्गी पुरस्कार योजना’ के तहत 6,489 मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा जबकि ‘कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना’ के अंतर्गत 2,000 छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरित की जाएगी, जिससे उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आए।

आवेदनकर्ताओं और पात्र लाभार्थियों को सीधे मिलेगा लाभ

इन सभी योजनाओं का लाभ उन महिलाओं और बालिकाओं को सीधे उनके बैंक खातों में मिलेगा, जिन्होंने पहले से आवेदन किया है या जो पात्र हैं सरकार की यह पहल डिजिटलीकरण और पारदर्शिता को बढ़ावा देती है, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त होती है और लाभार्थी को बिना किसी देरी के सहायता प्राप्त होती है।

लाभार्थियों को यह सलाह दी गई है कि वे 31 मई के बाद अपने बैंक खातों की जांच करें और प्राप्त धनराशि की जानकारी सुनिश्चित करें यदि किसी लाभार्थी को योजना के अंतर्गत धनराशि नहीं मिलती है, तो वे संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नई योजनाओं की शुरुआत

महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ राज्य सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नई योजनाएं आरंभ करने का निर्णय लिया है ‘गर्भ की पाठशाला योजना’, ‘स्वस्थ नारी चेतना योजना’ और ‘गर्भवती मधुमेह प्रबंधन कार्यक्रम’ जैसे अभिनव प्रयासों की शुरुआत पहले चरण में 10 जिलों में की जाएगी।

साथ ही, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पर आधारित डिजिटल कॉफी टेबल बुक का विमोचन और चार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों सहित जनजाति बालिका आश्रम और अन्य सिविल कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास भी इस दिन प्रस्तावित है।

राजस्थान सरकार की यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह सामाजिक न्याय, समानता और आत्मनिर्भरता के विचार को भी सुदृढ़ करती है इस योजना के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार महिला और बालिका कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

Leave a Comment